शनिवार, 3 सितंबर 2011

नवजात मृत्यु दर - कोई चिंता नहीं.

L.R Gandhi
gandhilr1948@gmail.com
to prawakta, janokti, kranti4people, me
show details 10:08 PM (23 hours ago)

एल. आर. गाँधी

आंध्र प्रदेश के कुर्नूर के हस्पताल में बदइन्तजामी के चलते पिछले ४८ घंटे में ११ नवजात मौत के आगोश में समा गए. मुख्यमंत्री ने जांच बिठा दी तो हस्पताल अधिकारिओं ने इस बात से इनकार किया कि बचों की मौत का कारन वेंटीलेटर में आक्सीज़न का न होना था. देश की सेहत के ठेकेदार केन्द्रीय सेहत मंत्री ने फरमा दिया की चिंता की कोई बात नहीं. अब नबी के गुलाम जी आज़ाद फरमा रहे हैं कि चिंता की कोई बात नहीं... तो मानना ही पड़ेगा भई !
नवजात शिशु मृत्यु दर में हम विश्व में नंबर वन हैं और हर साल ९ लाख बच्चे पैदा होते ही मृत्यु की गोद में समा जाते हैं .....सचमुच चिंता की कोई बात नहीं.. चलो इसी बहाने किसी क्षेत्र में तो हम नंबर वन हैं. !!! फिर भी हम संतोष कर सकते हैं कि पिछले दो दशक में यह मृत्यु दर ३३% कम हुई है. विश्व में हर साल ३.३. मिलियन नवजात शिशु अकाल मृत्यु को प्राप्त होते हैं और इन में से आधे - भारत, नाईजेरिया ,पाकिस्तान ,चीन और कांगो के हैं. पछले दो दशक में मृत्यु दर में २८% की कमी आई है. और यह ४.६ मिलियन से घट कर ३.३. मिलियन रह गई है. नवजात शिशु मृत्यु दर उक्त पांच देशों में सर्वाधिक होने का मुख्य कारन अधिक जनसँख्या तो है ही वहीँ भारत जैसे देश में इन मौतों का मुख्य कारन बिमारियों से बचाव की मूलभूत स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव साथ साथ देश की बहुत बढ़ी आबादी तक स्वच्छ पेय जल पहुँचाने में हमारी सरकार की नाकामी भी है. चीन ने तो फिर भी अपनी जनसँख्या पर प्रभावशाली ढंग से अंकुश लगा लिया है. मगर हमारे सेकुलर शैतान वोट बैंक की चिंता के चलते ... बढती आबादी से बिलकुल भी चिंतित नहीं हैं. फिर नवजात शिशु अपने प्रथम चार सप्ताह पूरे होते होते परलोक सिधार जाए तो आजाद साहेब के लिए चिंता की बात हो भी कैसे सकती है .. क्योंकि यह भी तो परिवार नियोजन की एक परोक्ष योजना ही हुई न ?

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

Related Posts Plugin for WordPress, Blogger...